करेली तहसील के ग्राम रायसेन- पिपरिया में लगभग 1100 एकड़ शासकीय भूमि से हटाया कब्जा
नरसिंहपुर न्यूज़ :– भू – माफिया के विरुद्ध जिले में लगातार हो रही कार्रवाई
करेली तहसील के ग्राम रायसेन- पिपरिया में लगभग 1100 एकड़ शासकीय भूमि से हटाया कब्जा
प्रदेशभर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर माफियाओं के विरुद्ध सतत् अभियान चलाकर कार्यवाही की जा रही है। साथ ही उनके विरुद्ध सख्त अनुशासनात्मक कार्यवाही भी की जा रही है। जिले में कलेक्टर श्री वेद प्रकाश के निर्देशन में भू- माफिया के विरूद्ध लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में बुधवार को जिले की करेली तहसील के ग्राम रायसेन- पिपरिया में करीब 1100 एकड़ शासकीय भूमि से अवैश कब्जे को हटाया गया। इस भूमि पर ग्राम बम्हनी के लोगों द्वारा अवैध कब्जा किया गया था। इसमें शामिल 10 लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की गई। इस दौरान पुलिस बल और वन विभाग का अमला मौजूद था।
जिले में कलेक्टर श्री वेद प्रकाश एवं पुलिस अधीक्षक श्री अजय सिंह की मौजूदगी में भू-माफियाओं के विरुद्ध बुधवार को बड़ी कार्रवाई की गई है। इस दौरान राजस्व, पुलिस एवं वन विभाग ने संयुक्त रुप से कार्यवाही कर शासकीय भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराया है।
एसडीएम नरसिंहपुर श्री राधेश्याम बघेल ने बताया कि बुधवार को प्रशासन के संयुक्त दल द्वारा करेली तहसील के ग्राम रायसेन- पिपरिया में लगभग 1100 एकड़ शासकीय भूमि पर किये गये अवैध अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई की गई है। उन्होंने बताया कि शासकीय भूमि पर कब्जा कर खेती की जा रही थी। यहां पेड़ों को काटकर ईंट- भट्टा का संचालन भी किया जा रहा था। साथ ही अवैध शराब निर्माण एवं अवैध कनेक्शन लेकर बिजली चलाई जा रही थी। अतिक्रामक धर्मेन्द्र पिता जुझार सिंह बुंदेला निवासी बम्हनी द्वारा 63 एकड़ में अवैध कब्जा किया गया था, जिसे मौके पर हटवाया गया। इस दौरान अवैध लकड़ियां काटी जाना भी पाई गई। इस संबंध में वन विभाग को नियमानुसार कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया। मौके पर पाया गया कि करीब 7 एकड़ में अतिक्रमण कर बोई गई चना फसल काट कर रखी गई थी। इस कटी हुई चना फसल को जब्त कर ट्रेक्टर से लाकर सुआतला थाने में सुरक्षित रखवाया गया। मौके पर तार बाउंड्री करके शासकीय भूमि पर कब्जा किया गया था। इस तार बाउंड्री को तोड़कर शासकीय भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया। अतिक्रमण से मुक्त कराई गई शासकीय भूमि की अनुमानित कीमत 15 करोड़ रूपये आंकी गई है।